लाल निशान छूने को आतुर बूढ़ी राप्ती, सहमे ग्रामीण
घोघी खतरे के निशान से ऊपर, राप्ती ने भी पकड़ी रफ्तार
संवाद न्यूज एजेंसी
सिद्धार्थनगर। तीन दिन तक हुई बारिश से जिले में नदियों के जलस्तर में उफान आ गया है। घोघी नदी जहां खतरे के लाल निशान से ऊपर बह रही है। वहीं बूढ़ी राप्ती लाल निशान छूने को आतुर है। राप्ती के भी रफ्तार पकड़ने से आसपास के ग्रामीण सहमे हैं।
पड़ोसी नेपाल के पहाड़ पर हुई बारिश के बाद जिले के नदियों के जलस्तर में वृद्धि होना जारी है। बानगंगा को छोड़कर जिले के सभी नदियों का जलस्तर खतरे केे निशान के करीब पहुंच गई है। जिससे कछारवासियों की नींद उड़ गई है। ड्रेनेज खंड कार्यालय के मुताबिक बानगंगा नदी खतरे के निशान 93.420 मीटर के सापेक्ष 91.40 मीटर, जमुआर नाला 84.89 के सापेक्ष 81.23 मीटर, राप्ती नदी 84.900 के सापेक्ष 82.600 मीटर, बूढ़ी राप्ती 85.650 के सापेक्ष 85.630 मीटर, तेलार नाला 87.500 के सापेक्ष 86.60 मीटर, कूड़ा नदी आलमनगर 87.200 के सापेक्ष 87.00 मीटर, उसका रेलवे 83.520 के सापेक्ष 82.110 मीटर, घोघी नदी 87.000 के सापेक्ष 87.35 मीटर पर बह रही है। संवाद
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